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देवदर्शन

सुबह की शुरुआत,देवदर्शन के साथ...

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झुकजा श्याम चरण में प्यारे, और कहीं ना झुकने देगा मन में है विश्वाश जो पक्का, काम कभी ना रुकने देगा.

थोड़ा सा गर विश्वास रखो तो तार देते हैं। मन में गर आस रखो तो संवार देते हैं, ऐसे दयालु है मेरे श्याम, दिल के पास रखो तो बेइन्तहा प्यार देते हैं। । ।। जय श्री श्याम।।

तेरा शुक्र कैसे करूं मेरे बाबा, मैं तो रत्ती भर भी तेरे काबिल नहीं तेरे प्रेम से जिन्दा हूँ मैं, तेरे सिवा इन लहरों का कोई साहिल नहीं। ।। जय श्री श्याम।।

तुम्हारे साथ खामोश भी रहु तो बाते पूरी हो जाती है,तुम में, तुम से, तुम पर ही,मेरी दुनिआ पूरी हो जाती है।।

जगमग श्याम की ज्योत जगी हैं, श्याम का दर्शन पाओ जी, खुश हो दाता बांट रहयो हो, पल्लो तुरन्त बिछाओ जी। ।। जय श्री श्याम।।

बैठ नजदीक तू श्याम के, तार से तार जुड़ने लगेगा देख नजरें से नजरें मिलाके, तुमसे ये बातें करने लगेगा..।। जय श्री श्याम।।

बाबा हमे अमीरो जैसी सानो सोकत दो चाहे मत दो आप पर इतनी कृपा बनाये रखना की कभी खाटु आने का मन करे तो सोचना ना पड़े..जय श्री शयाम..

मेरे श्याम ! तुम पूछ लेना सुबह से, ना यकीन हो तो शाम से ये दिल धड़कता है सिर्फ बाबा श्याम तेरे ही नाम से।। ।। जय श्री श्याम।।

अजब हैं तू दातार सांवरे, गजब तेरी दातारी रे, हर लेता हैं पीड़ा भक्त की, चाहे विपदा हो कितनी भारी रे। ।। जय श्री श्याम।।

बैकुंठ में भी जो ना मिले वो सुख श्याम तेरे धाम में कितनी भी बड़ी हो विपदा चाहे समाधान बस श्याम तेरे नाम में

बाबा कदम कदम पर तुम साथ हो मेरे, तुमको नमन मैं करता रहूँ जब तक सांस रहे इस तन में, बाबा तुमको स्मरण करता रहूं। ।। जय श्री श्याम।।

हर मंजर में मैं पाऊं तुम्हे कैसे कहूँ श्याम कितना चाहूं तुम्हें बस तुमसे ही है ये जिन्दगी मेरी यूं ही कैसे भूल जाऊं तुम्हें ।। जय श्री श्याम।।

रहमतों के फूल बरसते हैं, जब श्याम का दीदार होता हैं, बडे ही किस्मत वाले होते हैं वो, जिनको श्याम से प्यार होता हैं। ।। जय श्री श्याम।।

कोई नही है मेरी फिक्र करने वाला, फिर भी बेफिक्र रहता हूँ,बस एक है मेरे ऊपर जान छिडकने वाला, जिसे मैं बाबा श्याम कहता हूँ। जय श्याम सरकार की..

तेरे दर पर आने से पहले में बहुत कमजोर होता हूँ, ओर जब छू लेता हूँ तेरी चौखट तो में कुछ और होता हूँ।

रहमतों के फूल बरसते है जब श्याम का दीदार होता है बडे ही किस्मत वाले होते हैं वो, जिनको श्याम से प्यार होता है.जय श्री श्याम।।

दिल का क्या हैं तेरी यादों के सहारे भी जी लेगा, हैरान तो आंखे हैं जो तड़पती हैं तेरे दीदार को।। ।। जय श्री श्याम।।

जब याद आती है आपकी तो मुस्कुरा लेते है कुछ पल के लिए गम भुला लेते है कैसे भीग सकती है मेरी पलकें जब मेरे हिस्से का आँसू आप बहा लेते है,जय श्री श्याम * राधे – राधे.

जिसकी नज़रों में हैं श्याम प्यारे वो तो रहते हैं जग से न्यारे जिसकी नज़रों में मोहन समाये वो नज़र फिर तरसती नहीं है ये तो प्रेम की बात है ऊद्धव, बंदगी तेरे बस की नहीं है !! यहां सर दे के होते हैं सौदे, आशिकी इतनी सस्ती नहीं है…

लोग कहते हैं मुझे बावरा रखवाला मेरा श्याम साँवरा किसी और से क्या हो उम्मीद मुझे तो बस तेरा आसरा ।।जय श्री श्याम।।

बेदर्द जमाने ने ठोकर जो लगाई हैं, उस दर्द की सांवरिया तेरे पास दवाई हैं, श्याम प्यार से आकर के दो घूंट पिला जाओ मुझे, तेरी जरूरत हैं फुर्सत हैं तो आ जाओ।। ।। जय श्री श्याम।।

मेरे श्याम- तेरी मेरी मोहब्बत का राज उस वक्त खुल गया। जब दिल तेरी कसम खाने से मुकर गया।। ।। जय श्री श्याम।।

चिंतन हो सदा इस मन मै तेरा चरणों मै तेरे मेरा ध्यान रहे चाहे दुःख मै रहे चाहे सुख मै राहु होठो पे सदा तेरा नाम रहे राधे राधे

कोई जल्दी बनेगा कोई लेट बनेगा लेकिन मेरे श्याम का हर प्रेमी सेठ बनेगा जय जो सांवरिय सेठ की

चन्दन हैं खाटू की माटी, अमृत यहाँ का नीर, ये दोनों जिसको मिल जाए, बहुत बड़ी उसकी तकदीर। ।। जय श्री श्याम।।

पलकों पे तुम्हें सांवरे बिठाने को जी चाहता हैं, तेरी बांहों में श्याम, लिपट जाने को जी चाहता हैं। खुबूसरत और बेन्याब हो श्याम तुम, कि तुम्हें जिन्दगी बनाने को जी चाहता हैं। ।। जय श्री श्याम।।

कर दिया हैं बेफिक्र तूने, फिक्र अब मैं कैसे करूँ फिक्र तो यह हैं कि तेरा शुक्र कैसे करूँ।। ।। जय श्री श्याम।।

हारे का सहारा है ये, इससे ज्यादा कोई राज नहीं। जिस के सिर पर हाथ हो इसका, इससे महंगा कोई ताज नहीं।। ।। जय श्री श्याम।।

ना जाने कैसा जादू हैं, मेरे श्याम के दरबार का, मैं जाता हूँ बिखर के, और आता हूँ निखर के।। ।। जय श्री श्याम।।

भाव भरे हों आँख में आँसू दर्द भरा हो तराना, दीन दयालु रुक नहीं सकता, श्याम’ को पड़ता ही हैं आना।

कोई कहता हैं कि सारा जमाना हैं मेरा, किसी ने कहा,अपना भी बेगाना हैं मेरा, कहता हैं कोई कुबेर का खजाना हैं मेरा, पर मै कहता हु की श्याम के चरणों में ठिकाना हैं मेरा || जय श्री श्याम ||

मिश्री भी फीकी लगे अब, फीको गुड़ को स्वाद, श्याम से प्रीत हुई जबसे और चखों प्रेम को स्वाद

उम्मीद बिखरी पड़ी थी नाव भी टूटी पड़ी थी गा तूफान भी कुछ नहीं बिगाड़ पाया उसका क्योंकि सिर पर श्याम की मोर छड़ी थी || जय श्री श्याम * राधे – राधे ||

ना अमीरों की बात हैं, ना गरीबों की बात हैं, श्याम तेरे धाम की सेवा, तो नसीबो की बात हैं।

कली को रंग मिला, फूलों को निखार मिला बहुत खुश नसीब हूँ मैं, जो मुझे श्याम का दरबार मिला ।। जय श्री श्याम।।

मेरे सांवरे, तुम खास ही नहीं हर सांस में हो, रूबरू नहीं पर हर एहसास में हो। मिलोगे कभी पता नही, मगर हर तलाश में हो, तलाश पूरी हो ना हो मगर हर आस में हो।। ।। जय श्री श्याम।।

रूठी थी किस्मत मेरी भी अब मेहरबान हो गयी, “श्याम” के नाम से ही अब मेरी पहचान हो गयी ।। || खाटू नरेश की जय ||

मेरे श्याम ना जाने कितनी मिठास हैं तेरे नाम मे, सुबह-सुबह जो श्याम श्याम कह दिया, तो सारा दिन मुँह मीठा मीठा रहता हैं,जय श्री श्याम ।।

मुलाकात हुई थी श्याम से बरसो पहले, सुख-दुःख का साथी बन गया था होश संभालने से पहले मुकद्दर में क्या था ये तो नहीं मालूम, मगर दोस्त सही चुना था कुछ सालों पहले।

मोर छड़ी और काली कमली, होंठो पे मुस्कान है। बिन मांगे जो भर देता झोली, ऐसा है हमारा श्याम।। ।। जय श्री श्याम।।

मत घबराना विपदा से, श्याम दीवानों घड़ी घड़ी। तुझ पर आने से पहले, विपदा को हरले मोर छड़ी।। ।। जय श्री श्याम।।

अर्जी रखकर देखो चौखट पर, खाटू वाला स्वीकार लेता है। मुश्किलें कितनी बड़ी क्यों न हो, वो हमें उबार लेता है ।। ।। जय श्री श्याम।।

क्या जरूरत हैं घर से निकलने के पहले मुहूर्त देखने की, मेरे श्याम की सूरत देख लो जरूरत ही नही पड़ेगी मुहुर्त की।। ।। जय श्री श्याम।।

हाथों में ले श्याम ध्वजा, मन में ले विश्वास लो चल चले हम खाटू धाम, अब पूरे होगी आस || जय श्री श्याम * राधे – राधे ||

श्याम ही म्हारी जिंदगी श्याम ही म्हारा प्राण हैं श्याम ही जद रुष गया फिर जीने को के क्या काम हैं भूल सारी माफ कर द्यो चरणा से लेवो लगावो ठोकरे खाली बहुत अब आके सही रस्तो बतावो

कोई कहता है चांद से प्यारा है तू, कोई कहता है हारे का सहारा है तू। पर दुनिया वाले क्या जाने तुझे श्याम, मेरे लिये तो जीने का सहारा है तू।। ।। जय श्री श्याम।।

दिल की हर तमन्ना पूरी करता, ये हैं श्री श्याम धन लखदातार, खाली कभी कोई ना जाता यहां से, ऐसा श्री श्याम धनी का दरबार ।। जय श्री श्याम।।

श्याम प्रभु के पीछे पड़ जा ये चाहत रंग दिखलाएगी प्रीत की डोरी बड़ी प्रबल होती है ये श्याम से तुझे जरुर मिलाएगी || जय श्री श्याम * राधे – राधे ||

दामन को फैलाए बैठे हैं, अल्फाज – ए – दुआ याद नहीं। मांगू तो अब क्या मांगू, श्याम तेरे सिवा कुछ याद नहीं।। ।। जय श्री श्याम।।

दानी के दरबार में, आकर कोई ना हारा हैं। सांवरे की चैखटू तो, बेसहारों का सहारा है।। ।। जय श्री श्याम।।

जिन आंखों को श्याम के दर्शन की आदत हो, वो आंखे अपने मुक्कदर पे रोया नहीं करती।। ।। जय श्री श्याम।।

तू चाहे तो मेरा हर काम साकार हो जाये, तेरी कृपा से खुशियों की बहार हो जाये, यूं तो कर्म मेरे भी कुछ खास अच्छे नहीं, मगर तेरी नजर पड़े तो मेरा उद्धार हो जाये। ।। जय श्री श्याम।।

हे मेरे बाबा, रूठना मत कभी हमसे, मना नहीं पायेंगे । तेरी वो कीमत है मेरी जिंदगी में, कि शायद’ हम अदा नहीं कर पायेंगे ।। ।। जय श्री श्याम।।

ना मांगू मैं महल, ना बंगला ना कोठी, जन्म मिले उस आंगन में, जहां जले श्याम की ज्योति।। ।। जय श्री श्याम।।

कई देवता इस दुनिया में हैं, सब के रूप सुहाने हैं खाटू में जो सजकर बैठे हैं, हम बस उनके दीवाने हैं।।। ।। जय श्री श्याम।।

पांचों उंगलियां नहीं है बराबर, सब किस्मत के अनुसार मिले। है उसकी किस्मत बहुत बड़ी, जिसको प्यारे तेरा दरबार मिले।। ।। जय श्री श्याम।।

मैं क्यूं घबराऊँ श्याम, मुश्किल हो लाख भले। तू थामें जब पतवार, मिट्टी पे नाव चलें।। ।। जय श्री श्याम।।

हारे का सहारा, खाटू श्याम हमारा।

जुबां के हर शब्द पा नाम है तेरा तेरे नाम से ही तो होता है मेरा सवेरा मेरे मन के हर कोने पर श्याम तेरा बसेरा मेरा जीवन सुखी है देख श्याम आपका चेहरा ।। जय श्री श्याम।।

चूम लूं उस राह को, जो तेरे दर पे लेके जाती है, टेक लू माथा उस हर मोड़ पर, जो तेरे दर का रास्ता बताती है। ।। जय श्री श्याम।।

मेरे श्याम- ये जिन्दगी का सफर, कटे तेरे सम्मान मे, चाहे आधी ही हो जिन्दगी, पर गुजरे तेरे गुणगान में।। ।। जय श्री श्याम।।

सपनों की मंजिल पास नहीं होती जिन्दगी हर पल उदास नहीं होती सांवरे पर यकीन रखना मेरे दोस्त, कभी-कभी वो भी मिल जाता है जिसकी आस नहीं होती ।। जय श्री श्याम।।

दुनियां पीट रही ढिंढोरा, श्याम तेरी दातारी का। थोड़ा तो ख्याल करो, हमारी भी लाचारी का।। ।। जय श्री श्याम।।

सब चाहत रखते हैं श्याम, तेरे दीदार पाने की पर श्याम कहते हैं मैं तो तेरे दिल में बैठा हूँ तुझे जरूरत नहीं, कहीं और जाने की,जय श्री श्याम.

ना जोर चलेगा जमाने का, ना होड़ लगेगा हराने का जब श्याम का हाथ हो सर पर तो कोई क्या बिगाड़ेगा इस दीवाने का || जय श्री श्याम * राधे – राधे ||

कान्हां तेरे बिन तेरी तस्वीरों का क्या करूँ? मैं तेरे खयालों की जंजीरों का क्या करूँ? अश्कों को छुपा सकती हूँ पलकों में लेकिन मैं तेरी यादों की जागीरों का क्या करूँ? ।। जय श्री श्याम।।

जब जब हूँ मैं बाबा हारा, श्याम तूने दिया सहारा, जब जब ना मिला किनारा, श्याम तूने पार उतारा।

साँवरे तेरी एक नजर ने दिल काबू में कर लिया तेरे दीदार का तेरे द्वार का मैं दीवाना हुआ मैं दीवाना हुआ,,।।जय श्री श्याम।।,,

हर रोज सुबह तुम्हारा दर्शन किया करते हैं, हर रोज ख्वाबों में तुम्हारा दीदार किये करते हैं। दीवाने ही तो हैं हम बाबा श्याम तुम्हारे, इसलिये हर वक्त तुम्हारे खाटूधाम आकर तुमसे मिलने का इंतजार किया करते हैं। ।। जय श्री श्याम।।

तमन्ना हो श्याम से मिलने की, तो बंद आंखों में भी नजर आयेगें, महसूस करने की कोशिश तो कीजिये दूर होते हुये भी पास नजर आयेगें। ।। जय श्री श्याम।।

आँसू की हर बूंद, तुम्हारी याद में गिरती हैं। कभी मिलने से पहले गिरती है, कभी मिलने के बाद गिरती है।। ।। जय श्री श्याम ।।

जब मुझे यकीन है कि कान्हा हमेशा मेरे साथ है, तो इस से कोई फर्क नहीं पढ़ता कि कौन-कौन मेरे खिलाफ है। ।। जय श्री श्याम।।

क्या लिखे हम दिल की हकीकत हमारी आरजू बेहोश है। खत पर है आंसुओं की बरसात और कलम हमारी खामोश है।। ।। जय श्री श्याम ।।

माटी का शरीर तेरा, एक दिन माटी में ही मिल जायेगा, ले शरण बाबा “श्याम” की, तेरा जीवन सफ़ल हो जायेगा।

बाबा तेरी रहमतों के सहारे मैं पलता हूँ,और तेरा ही नाम लेकर आगे बढ़ता हूँ,बाबा तू मुझसे नजर ना फेरना कभी, इक तू ही हैं जिसके सहारे मैं चलता हूँ.।। जय श्री श्याम.

ख्वाबों की सजी थी महफिल, पर हसरत नीलाम हो गई तूने एक नजर क्या देखा सांवरे, मेरी रूह तक आपकी गुलाम हो गई || जय श्री श्याम * राधे – राधे ||

वो सुबह कैसी जिसमें तेरा नाम ना हो बाबा, बिना तेरी खुशबू लिये कभी हमारी शाम ना हो बाबा, हमारे रोम-रोम में बसे हो तुम श्याम, वो पलकें ही क्या बाबा जो तेरी याद आये और नम न हो। ।। जय श्री श्याम।।

श्याम नाम अनमोल खजाना, जो बोले सो पायेगा, बाकी सारा इस धरा का, यहीं धरा रह जायेगा।। ।। जय श्री श्याम।।

भीड़ में दुनिया का सहारा तुम ही हो, कश्ती बीच भवंर में किनारा तुम ही हो। थक कर रूक जातें हैं जब जब कदम मेरे हौसला जो देता है वो इशारा तुम ही हो। ।। जय श्री श्याम।।

वो शरीर ही किस काम का, जो नाम ना ले श्याम का।

कितनी आंधी आई कितने तूफान आये लेकिन मेरा कुछ ना बिगाड़ पाये उन्हें क्या पता हारे का सहारा बाबा श्याम मेरा हर पल साथ निभाये.

ये जीवन जितनी बार मिलें, हर बार तेरा दरबार मिलें मेरा जन्म हो खाटू की माटी में, मुझे श्याम तेरी सरकार मिलें।। ।। जय श्री श्याम।।

बड़े बड़े संकट टल जाते हैं, जब साथ हो श्याम हमारा, हर विपदा पर भारी पड़ता, श्री श्याम का एक जयकारा। ।। जय श्री श्याम।।

श्याम तेरे मुख के उजाले से रोशन मेरा संसार है चरणों को छोड़ मैं जाऊँ कहाँ इन्हीं में मेरा घर द्वार है.।।जय श्री श्याम।।

याद किया ना कभी श्याम को….. बस माया ही जोड़ी याद किया ना कभी श्याम को….. बस माया ही जोड़ी श्याम नाम धन सिवा साथ जाये ना फूटी कोडी तू श्याम भजले

लोग कहते है अगर हाथों की लकीरें अधूरी हों तो किस्मत अच्छी नहीं होती लेकिन सर पर हाथ हो मेरे श्याम का तो लकीरों की जरूरत नहीं होती। ।। जय श्री श्याम ।।

एक वक़्त ऐसा भी दो मुझे मेरे श्याम, जिसमें मेरा मन बिलकुल खाली हो, भर सकूँ मैं तेरी भक्ति उसमें, सिर्फ तू ही उसका माली हो… ।। जय श्री श्याम ।।

हाथ जोड़कर विनती करू, है करुणामय बाबा श्याम… सुख में , दुख मे , हर घडी जपु तुमारा नाम । ।। जय श्री श्याम ।।

हारे का ये साथी मेरा लखदातार है। तीन बाण धारी श्याम, विष्णु का अवतार है।। ।। जय श्री श्याम ।।

जयकारा खाटू वाले का, क्या से क्या कर देता है। जो बोले उसके जीवन में, खुशीयाँ भर देता है।। ।। जय श्री श्याम ।।

खाटू जब भी जाओगे, मन की मुरादे पाओगे। सच्चा है दरबार श्याम का, भर के झोली लाओगे।। ।। जय श्री श्याम ।।

बाबा तुमने अपनी आँखों में नूर छुपा रखा है, होश वालो को दीवाना बना रखा है।। नाज कैसे न करू तुम पर प्यारे, मुझ जैसे नाचीज़ को ख़ास बना रखा है!! ।। जय श्री श्याम ।।

हम भी तेरी मोहनी मूरत दिल में छिपाये बैठे है , तेरी सुन्दर सी छवि आँखों में बसाये बैठेहै ।। इक बार बांसुरी की मधुर तान सुनादे मेरे श्याम हम भी एक छोटी सी आस जगाये बैठे है ।। ।। जय श्री श्याम ।।

रटता जपता वंदन करता,श्याम आप का कीर्तन करता एक रोज़ वर्णन न काफी, इसलिए वंदन में रोज ही करता।। ।। जय श्री श्याम ।।

लिखा तेरे मंदिर पे हारे का सहारा। इसी नाम से बजता है डंका तुम्हारा।। ।। जय श्री श्याम ।।

मेरे तन से महकती है तेरी खुशबू, अपनी साँसोँ से हटाऊँ कैसे, तेरी चाहत को पूजा है मैंने, तेरी सूरत से नजरे हटाऊँ कैसे ।। जय श्री श्याम ।।

मेरे श्याम ना जाने कितनी मिठास हैं तेरे नाम मे, सुबह-सुबह जो श्याम श्याम कह दिया, तो सारा दिन मुँह मीठा मीठा रहता हैं। ।। जय श्री श्याम ।।

जब से पकड़ा तूने हाथ मेरा, ज़िन्दगी खुशहाल हो बन गयी, दौलत मिली मुझे तेरे नाम की, तेरे प्रेमियों के बीच मेरी भी पहचान बन गयी। ।। जय श्री श्याम ।।

सांवरे अगर तेरा सहारा ना होता, तो सुन्दर संसार हमारा ना होता, तूफानों की तबाही में गुम हो जाते, अगर सर पे हाथ तुम्हारा ना होता।। ।। जय श्री श्याम ।।

आरज़ू ये नहीं की सोना, चांदी, बांग्ला कार मिल जाए, हम तो तेरे दीवाने हैं बाबा, तमन्ना हैं की बस तेरा आशीर्वाद मिल जाये। ।। जय श्री श्याम ।।

भाव भरे हों आँख में आँसू दर्द भरा हो तराना, दीन दयालु रुक नहीं सकता, श्याम’ को पड़ता ही हैं आना। ।। जय श्री श्याम ।।

मिश्री भी फीकी लगे अब, फीको गुड़ को स्वाद, श्याम से प्रीत हुई जबसे और चखों प्रेम को स्वाद। ।। जय श्री श्याम ।।

चन्दन हैं खाटू की माटी, अमृत यहाँ का नीर, ये दोनों जिसको मिल जाए, बहुत बड़ी तकदीर। ।। जय श्री श्याम ।।

हारे का सहारा, खाटू श्याम हमारा। ।। जय श्री श्याम ।।

हाथों में ले श्याम ध्वजा, मन में ले विश्वास, लो चल चले हम खाटू धाम, अब पूरे होगी आस। ।। जय श्री श्याम ।।

माटी का शरीर तेरा, एक दिन माटी में ही मिल जायेगा, ले शरण बाबा “श्याम” की, तेरा जीवन सफ़ल हो जायेगा।। ।। जय श्री श्याम ।।

पर्वत को जो उखाड़े वो बजरंगी आप है, राहू को जो पछाड़े वो बजरंगी आप है, लंका को जो उजाड़े वो बजरंगी आप है, झंडा विजय का जो गाड़े वो बजरंगी आप है…!!

पर्वत को जो उखाड़े वो बजरंगी आप है, राहू को जो पछाड़े वो बजरंगी आप है, लंका को जो उजाड़े वो बजरंगी आप है, झंडा विजय का जो गाड़े वो बजरंगी आप है…!!

क्रोध से भ्रम पैदा होता है. भ्रम से बुद्धि व्यग्र होती है. जब बुद्धि व्यग्र होती है तब तर्क नष्ट हो जाता है. जब तर्क नष्ट होता है तब व्यक्ति का पतन हो जाता है.

पर्वत को जो उखाड़े वो बजरंगी आप है, राहू को जो पछाड़े वो बजरंगी आप है, लंका को जो उजाड़े वो बजरंगी आप है, झंडा विजय का जो गाड़े वो बजरंगी आप है…!!

दुःख और कष्टों का नाश होता हैं, जिसके हृदय में हनुमान जी का वास होता हैं।

ना जाने किस भेष में आकर काम , मेरा कर जाता है मै जो मांगू श्याम , वो मुझको चुपके से दे जाता है।

आरज़ू ये नहीं की सोना, चांदी,बांग्ला , कार मिल जाए,हम तो तेरे दीवाने हैं , बाबा,तमन्ना हैं की बस तेरा आशीर्वाद , मिल जाये. जय श्री श्याम.

मेरे श्याम की मुस्कान गुलाब है , प्यार उसका बेहिसाब है , दुनिया में हर सवाल का जवाब है , पर मेरा श्याम छलिया लाजवाब है.

रूठी थी किस्मत मेरी भी अब मेहरबान , हो गयी श्याम के नाम से ही अब मेरी , पहचान हो गयी खाटू नरेश की जय. , जय श्री श्याम.

हनुमान लिपट जाये राम के चरण में, जब कष्ट हो तब हम आये आपकी शरण में, सीने में अपने राम को छुपा रखा है, हमने अपना पूरा जीवन आपको दे रखा है !!

पैरों में बांधे घुँघरू नाचे हनुमान, कहते हैं सब लोग इनको श्री राम का दीवाना, जहाँ भी होता है कीर्तन प्रभु श्री राम का, वहीँ लगता है पहरा हमारे वीर हनुमान का।

हनुमान लिपट जाये राम के चरण में, जब कष्ट हो तब हम आये आपकी शरण में , सीने में अपने राम को छुपा रखा हैं, हमने अपना पूरा जीवन आपको दे रखा हैं..।।

अंजनी के लाल मैं पानी, तुम हो चन्दन, हे महाबीर तुमको कहते दुःख-भंजन, इस जग के नर-नारी सब शीश झुकाते हैं, नाम बड़ा है तेरा सब गुण तेरे गाते हैं।

हमको था इंतजार वो घड़ी आ गई, होकर सिंह पर सवार माता रानी आ गई , होगी अब मन की हर मुराद पूरी, हरने सारे दुख माता अपने द्वार आ गई. जय माता दी.

हे माँ तुमसे विश्वास ना उठने देना, तेरी दुनिया में भय से जब सिमट जाऊं, चारो ओर अँधेरा ही अँधेरा घना पाऊं, बन के रोशनी तुम राह दिखा देना.

माँ लक्ष्मी का हाथ हो, सरस्वती का साथ हो, गणेश का निवास हो, और माँ दुर्गा के आशीर्वाद से, आपके जीवन में प्रकाश ही प्रकाश हो जय माता दी।

मैंने तेरा नाम लेकर ही सारे काम किये है माँ, और लोग समझते है कि, बंदा बहुत किस्मत वाला है. जय माता दी

सारी रात माँ के गुण गायें.. माँ का ही नाम जपें.. माँ में ही खो जाएँ… जय माता दी

गणेश जी हम पर कृपा बरसाएं, हम सब आपकी शरण में आएं, करें कुछ ऐसा कार्य, जिससे जीवन हम सबका सफल हो जाए

एक दो तीन चार.. गणपति की जय जय कार पांच छे सात हाथ.. गणपति है सबके साथ..

गणपति बाप्पा आये हैं साथ खुशहाली लाये हैं गणेश जी के आशीर्वाद से ही हमने सुख के गीत गाये हैं.

व्यक्ति को कभी भी मौके का इंतजार नहीं करना चाहिए। क्योंकि जो आज है वो ही सबसे बड़ा मौका हैं। गलत तरीकों से सफल होने से कई गुना बेहतर है, सही तरीके अपनाकर असफ़ल हो जाना।